500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से आम लोगों को होंगे ये फायदे
नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों को बंद करने के ऐलान के बाद आर्थिक विशेषज्ञ इस फैसले की समीक्षा करने में जुटे हैं। जानकारों का मानना है कि इस फैसले से गरीब, मध्यम वर्ग और नौकरी पेशा लोगों को फायदा होगा। इसके चलते रीयल एस्टेट में कीमतें कम होंगी और उच्च शिक्षा भी आम लोगों के दायरे में होगी
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अकसर हम करोड़ों रुपयों के नोटों को लोगों के घरों से बरामद किए जाने की खबरें सुनते हैं। इस फैसले के चलते एक तरफ सरकार के रेवेन्यू में इजाफा होगा। वहीं, ब्लैक मनी को वाइट इकॉनमी के दायरे में लाने में भी मदद मिलेगी। यही नहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में भी इसे अहम माना जा रहा है।
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फिलहाल भ्रष्टाचार में लिप्त लोग अपनी अघोषित आय को रीयल एस्टेट सेक्टर में निवेश करके खुद को साफ-सुथरा साबित करने की कोशिश करते हैं। इस फैसले से ऐसे लोग नकद भुगतान नहीं कर सकेंगे। ऐसे में प्रॉपर्टी की कीमतें कम होंगी और गरीबों के लिए मकान का सपना आसान हो सकेगा।
इसके अलावा हायर एजुकेशन ऐसा सेक्टर है, जहां भ्रष्टाचार में लिप्त लोग अपनी पूंजी लगाते हैं। कैपिटेशन फीस के चलते उच्च शिक्षा आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुकी है। इस फैसले से उच्च शिक्षा के मामले में भी समानता की स्थिति आ सकेगी क्योंकि अवैध कैश लेनदेन संभव नहीं होगा। यही नहीं इससे महंगाई पर भी लगाम लग सकेगी।