कुछ तरह के ब्लड टेस्ट कराने से पहले क्यों भूखा रहना चाहिए
क्या आप जानते है कि खू़न की जांच करने से पहले आपको भूखा रखने का क्या कारण होता है। आज इसके बारे मे आपको विस्तार से बताते है
- शुगर,हार्मोन, गर्भावस्था आदि मे होता है फास्टिंग टेस्ट।
- फास्टिंग से पता चलती है शरीर मे खून की सही अवस्था।
- आहारों के सेवन से खून मे बदल जाती है तत्वों का मात्रा।
- डॉक्टरर्स से पूछें अगर फास्टिंग टेस्ट से पहले लेनी हो दवा।
ऐसे तमाम मेडिकल टेस्ट हैं , जिन्हें अपनी उम्र के मुताबिक सभी को कराना चाहिए , फिर चाहे हम पूरी तरह फिट क्यों न हों। किस उम्र में , कौन - सा टेस्ट कराना चाहिएअक्सर आपसे कहा जाता है कि ब्लड टेस्ट कराने से पहले आप खाली पेट आए। क्या आप जानते है कि खू़न की जांच करने से पहले आपको भूखा रखने का क्या कारण है। आज हम इसके बारे मे आपको विस्तार से बताते है।
कौन - से टेस्ट खाली पेट
शुगर , लिपिड प्रोफाइल , अल्ट्रासाउंड , हॉर्मोन आदि का खास टेस्ट, गर्भावस्था, ग्लूकोज टॉलरेस टेस्ट आदि खाली पेट कराने के लिए कहा जाता है। जिन टेस्ट के लिए खाली पेट जाना होता है , उनके लिए कम - से - कम 12 घंटे की फास्टिंग जरूर रखें यानी रात में डिनर के बाद कुछ न खाएं। सुबह चाय भी न पिएं। पानी पी सकते हैं। टेस्ट में अगर कोई भी चीज असामान्य लगती है तो नजरअंदाज न करें। फौरन संबंधित डॉक्टर को दिखाएं।
क्यों रहना पड़ता है खाली पेट
आहारों के सेवन के बाद खून मे बदलाव आ जाता है, खासतौर से ग्लूकोज, लिपिड और आयरन की मात्रा में बदलाव आ जाता है। 10-12 घंटे या पूरी रात के फास्ट के खून में इन तत्वों का मात्रा में कमी आ जाती है। इससे टेस्ट मे आने वाले परिणाम आपके आहारों से प्रभावित नहीं होते है। और डॉक्टरर्स जांच का सही पता लगा सकते है। खाली पेट जांच कराने का सबसे सही समय सुबह का होता है। डिनर लेने के बाद और ब्रेकफास्ट करने से पहले के करीब 10 घंटे का अंतराल आसानी से हो जाता है। अगर आपने फास्टिंग के दौरान कुछ खा लिया है तो इस बारे मे डॉक्टर को जरूर बताएं। कुछ टेस्ट के परिणाम आपके आहारों के सेवन की वजह से प्रभावित हो सकते है। जो आपको अनावश्यक टेस्ट कराने के लिए मजबूर कर सकते है।
अगर आपको पहले से ही कोई समस्या हो और आपको उसी दवाई लेनी हो तो, एक बार डॉक्टर्स से सलाह जरूर लें। अगर उस दवाई से आपकी जांच प्रभावित ना होती हो तभी उस का सेवन करें।
अगर आपको पहले से ही कोई समस्या हो और आपको उसी दवाई लेनी हो तो, एक बार डॉक्टर्स से सलाह जरूर लें। अगर उस दवाई से आपकी जांच प्रभावित ना होती हो तभी उस का सेवन करें।